पूरी तरह हर्बल प्रोडक्ट है टेलप्लेट
करनाल। जिस तरह कोरोना का अभी तक कोई इलाज नहीं है उसी तरह से डेंगू का भी कोई इलाज अभी तक मेडिकल साइंस में नहीं है। एलोपैथी में डेंगू होने पर मरीजों को एक ही सलाह दी जाती है कि तरल पदार्थों का सेवन करें, पैरासिटामोल की टेबललेट ले। घर पर आराम करें। हालत बिगडऩे पर अस्पताल में भर्ती हो। डेंगू के मरीजों के प्लेटलेटस तेजी के साथ घटने पर उन्हें प्लेटलेटस चढ़ाने की सलाह दी जाती है। लेकिन दिल्ली की एक कंपनी ने अब आयुर्वेद के जरिए डेंगू का ईलाज खोज निकालने का दावा किया है। ये दवा प्लेटलेटस बढ़ाने में काफी कारगर है। अभी तक हजारों मरीज इस दवा के इस्तेमाल से ठीक हो चुके हैं। इस दवा को बनाने में देसी जड़ी बुटियों का इस्तेमाल किया गया है। खास बात ये हैं कि ये दवा कैप्सूल फार्मेँट मेंं बनाई गई है। वेदा हर्बल कंपनी केे इस एक पत्ते की कीमत 450 रुपए के करीब है। टेलप्लेट नाम की इस दवा पर प्रिंट रेट 550 रुपए का है। करनाल में ये दवा चावला मेडिकल हाल, कुुंजपुरा रोड पर उपलब्ध है। दिल्ली में भी कई जगहों पर दवा उपलब्ध है। दावा किया जाता है कि अगर किसी को प्लेटलेटस चढ़ाने की जरूरत आन पड़ी है तो एक बार इस दवा का सेवन करके जरूर देखें। कंपनी का दावा है कि तीन दिन में तेजी के साथ रिजल्ट आते हैं। क्योंकि ये दवा हर्बल जड़ी बूटियों से बनी है इसलिए इसका कोई साइड इफ्ेक्ट नहीं है। किसी भी उम्र के लोग इस दवा का सेवन कर सकते हैं। दावा है कि ये दवा न सिर्फ डेंगू के बुखार में असरदार है बल्कि तेजी से गिरते प्लेटलेटस में भी कारगर है। ये दवा प्लेटलेटस को न सिर्फ गिरने से रोकती है बल्कि प्लेटलेटस की संख्या को तेजी से बढ़ाती भी है। इस दवा को बेचने वालों का दावा है कि हर साल डेंगू के सीजन में हजारों लोग उनसे दवा लेने के लिए आते हैं। उनका ये भी कहना है कि सरकार को इस दवा पर रिसर्च करनी चाहिए। कंपनी का चैलेंज है कि दवा डेंगू की बामारी में मील का पत्थर साबित हो सकती है। इस दवा के लिए मोबाइल नंबर 98123-43330 पर संपर्क कर सकते हैं।